आज से 8 दिन तक ना करें ये काम, अच्‍छे कामों का भी मिलेगा बुरा फल!

धर्म विशेष सोनीपत

होली से 8 दिन पहले शुरू होने वाले  होलाष्टक आज से शुरू हो गए हैं. होलाष्‍टक फाल्‍गुन महीने के शुक्‍ल पक्ष की अष्‍टमी से शुरू होते हैं और फाल्‍गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन में खत्‍म होते हैं. साल 2023 में होलाष्‍टक आज 27 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेंगे. होलाष्‍टक के 8 दिनों के दौरान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, मकान, जमीन, वाहन क्रय और विक्रय करना आदि निषेध माने गए हैं. इन 8 दिनों में कोई भी मांगलिक और शुभ कार्यों करना अशुभ होता है. वहीं देवी-देवताओं की अराधना के लिए ये दिन बहुत ही श्रेष्ठ माने जाते हैं. 

होलाष्टक में नहीं होते 16 संस्कार 

सनातन धर्म में 16 संस्‍कारों का बड़ा महत्‍व है. ये गर्भ संस्‍कार से लेकर अंतिम संस्‍कार यानी कि मृत्‍यु तक के होते हैं. जाहिर है जन्‍म और मृत्‍यु पर किसी का वश नहीं है, लेकिन इसके अलावा के किसी भी संस्‍कार को होलाष्‍टक के दौरान करना अशुभ होता है. दरअसल, होलाष्‍टक के दौरान सभी ग्रह बहुत उग्र होते हैं, ऐसे में इस दौरान किए गए काम अशुभ फल देते हैं. इसलिए होलाष्‍टक के दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं, वरना शुभ कामों का भी अशुभ फल ही मिलता है. 

होलाष्‍टक में करें महामृत्‍युंजय मंत्र का जाप 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होलाष्टक में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना बहुत लाभ होता है. महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से हर तरह के रोग से छुटकारा मिलता है और सेहत अच्छी रहती है. इसके अलावा अकाल मृत्‍यु का भय भी दूर होता है.

होलिका दहन 2023

इस बार होलिका दहन 7 मार्च 2023 को होगा, वहीं अगले दिन 8 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी. 

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