सोनीपत : जिलेभर के स्कूलों में 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही पढ़ाई करने के लिए पहुंच रहे हैं। शिक्षा विभाग की ओर से छठी से 12वीं तक की कक्षाओं में कोरोना के चलते सभी सावधानियां बरतने के दावे के बावजूद विद्यार्थी स्कूल आने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि बच्चों को स्कूलों में आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। दूसरी तरफ, इंटरनेट बंद होने से हिदू कालेज में आफलाइन कक्षाओं में करीब 70 प्रतिशत बच्चे पहुंच रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने कोरोना के चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी कराने के लिए पहले 9वीं से 12वीं और अब एक फरवरी से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं लगाने का निर्णय लिया है। स्कूलों में कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन भी किया जा रहा है, लेकिन विद्यार्थियों की दिलचस्पी कम दिख रही है। छठी से 12वीं तक के ओवरआल करीब 50 प्रतिशत विद्यार्थी स्कूलों में पहुंच रहे हैं। इनमें भी 9 वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। यही नहीं अब कृषि कानून विरोधी आंदोलन के चलते इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हैं, फिर भी विद्यार्थी स्कूल आना पसंद नहीं कर रहे हैं। वहीं, हिदू कालेज प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से विद्यार्थियों की तिथि अनुसार कक्षाएं तय कर उन्हें परिसर में बुलाया है। कालेज में कक्षाएं लगाने के लिए करीब 70 प्रतिशत विद्यार्थी पहुंच रहे हैं, जिससे परिसर में रौनक लौट आई है।
विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसको लेकर उनकी आफलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं। कक्षाओं में केवल वे विद्यार्थी नहीं पहुंच रहे हैं, जिन्हें आंदोलन के चलते साधनों का अभाव है। उनका सिलेबस इंटरनेट शुरू होने के बाद आनलाइन माध्यम से कराया जाएगा।
– डा. बीके गर्ग, प्राचार्य, हिदू कालेज, सोनीपत स्कूलों में कक्षाएं लगाने के लिए विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। उम्मीद है कि जल्द अधिकतर विद्यार्थी आने लगेंगे। इसके लिए विद्यार्थियों के साथ ही अभिभावकों को भी प्रेरित किया जा रहा है।