18 मार्च को कोर्ट के बाहर कुख्यात अजय उर्फ बिट्टू को गोली मारकर घायल करने और उसके पिता कृष्ण की गांव बारौणा में हत्या करवाने के आरोपी गैंगस्टर रामकरण निवासी गांव बैंयापुर सोनीपत को दिल्ली पश्चिम विहार से गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया कि आरोपी विदेश भागने की तैयारी में था।
पूछताछ में आरोपी रामकरण बताया कि अजय उर्फ बिट्टू निासी गांव बरोणा, खरखौदा उसे मारना चाहता था। इसके चलते उसने सिपाही महेश से उसकी हत्या करवानी चाही, जबकि मोनू ललहेड़ी, मनीष खरखौदा व मोहित कलानौर समेत अन्य को तैयार करके अजय के पिता कृष्ण की हत्या करवाई।
पुलिस ने आरोपी रामकरण को कोर्ट में पेश किया, उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। एएसपी निकिता खट्टर ने बताया कि संदीप बड़वासनी की हत्या कर दी गई थी। जिसमें रामकरण गैंगस्टर का नाम आया था। तब से संदीप बड़वासनी गैंग और रामकरण के बीच दुश्मनी चल रही है।
एएसपी निकिता खट्टर ने बताया कि 18 मार्च की सुबह गैंगस्टर रामकरण अपने साथियों के साथ कोर्ट परिसर के पास आया था। उसके साथ उसका प्रमुख गुर्गा अमित उर्फ मीता भी था। आरोपी रामकरण ने हनुमान मंदिर के पास आरोपी सिपाही महेश को पिस्तौल दी थी और अजय को मारने के लिए कहा था। इसके बाद आरोपी ने मोनू ललेहड़ी, मनीष खरखौदा, मोहित कलानौर को अजय के पिता की हत्या करने के लिए खरखौदा के गांव बाराेणा भेजा।
आरोपी सोनीपत शहर से मोनू ललेहड़ी की आई-20 कार लेकर दिल्ली भाग गया था। दोनों वारदात करने के बाद रामकरण व उसके गैंग के गुर्गे दिल्ली दरियापुर में इकट्ठा हुए थे। इसके बाद यहां से फरार हो गए थे।
सिपाही ने सुनाई थी गैंगस्टर को रिकार्डिंग, तब करवाई अजय के पिता की हत्या
आरोपी सिपाही महेश ने गैंगस्टर रामकरण को अजय उर्फ बिट्टू के पिता कृष्ण की एक रिकोर्डिंग सुना दी थी। इसमें वह अपने रिटायर्ड होने व घर की चिंता न करने की बात बिट्टू को कह रहा है। इसके साथ रामकरण से बदला लेने की बात भी बताई जा रही है। रामकरण को इस रिकोर्डिंग के जरिए ही अजय उर्फ बिट्टू व उसके पिता के इरादों के बारे में पता चला।
इसके बाद दोनों की हत्या की साजिश रची। 18 मार्च को सोनीपत में कोर्ट परिसर में रोहतक से पेशी पर आए बदमाश अजय को उसकी गार्द में आए आरोपी सिपाही महेश ने तीन गोलियां मार दी थीं। उसका अब रोहतक में इलाज चल रहा है। जबकि कुछ ही मिनटों बाद गांव बरोणा में उसके पिता कृष्णचंद की हत्या कर दी गई थी।