सोनीपत के गोहाना के सेक्टर-7 स्थित घर में पीजीआई रोहतक के अनुबंधित फार्मासिस्ट का शव फंदे पर लटका मिला है। मृतक की मां का आरोप है कि पत्नी व ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से तंग आकर बेटे ने जान दी है। आरोप है कि उसकी पुत्रवधू और उसके परिवार वाले उनके वेतन पर नजर रखते हैं। वेतन को पुत्रवधू को देने को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। इसके साथ परिवारिक बातों को लेकर भी झगड़ा रहता था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सेक्टर-7 निवासी सरोज ने सिटी थाना गोहाना पुलिस को बताया कि वह स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं। उनके बेटे व बेटी की शादी हो चुकी है। उनके पति का करीब 13 वर्ष पहले निधन हो चुका है। उनका बेटा आशीष रोहतक पीजीआई में अनुबंध के आधार पर फार्मासिस्ट की नौकरी करता था। उनके बेटे की शादी करीब आठ-नौ साल पहले जींद की शिव कॉलोनी निवासी किरण से हुई थी। शादी के बाद से ही किरण व उसके मायका पक्ष के लोग पारिवारिक बहाने बनाकर आशीष को परेशान करने लगे थे।
सरोज का आरोप है कि उसकी कुछ दिन बाद वह सेवानिवृत्त होने वाली हैं। जिसे लेकर वह कार्यक्रम करने की तैयारी में थे। इसके खर्च से किरण और उसके मायके वाले खुश नहीं थे। किरण और उसके परिजन सरोज पर अपना वेतन और पति की पेंशन पुत्रवधू को देने का दबाव बना रहे थे। आशीष को उनसे अलग रहने का दबाव बनाया जाता था। इससे परेशान होकर आशीष ने फंदा लगा लिया। सूचना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल में रखवा दिया है। पुलिस ने सरोज के बयान पर पुत्रवधू समेत पांच के खिलाफ बेटे को आत्महत्या के लिए विवश करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है।