टोक्यो ओलंपिक के बाद राष्ट्रमंडल में भी म्हारे लाडले-लाडली छाए रहे। खिलाड़ियों ने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमकाते हुए हरियाणा को खेलों में सिरमौर बना दिया। प्रदेश के बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया, रवि दहिया, विनेश, नवीन, नीतू, अमित पंघाल व सुधीर लाठ ने स्वर्णिम चमक बिखेरी। वहीं अंशु मलिक के दांव व सागर के मुक्के में चांदी निकली।
म्हारे 29 बेटे-बेटियों ने पदक जीतकर देशवासियों को गौरवान्वित होने का मौका दिया। इसमें 17 पदक 17 खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत स्पर्धा में जीते हैं। टीम इवेंट में तीन पदक दिलाने में 12 खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही है। इमें 9 खिलाड़ी महिला हॉकी, 2 पुरुष हॉकी व एक खिलाड़ी क्रिकेट टीम में शामिल रहीं। इससे साफ है कि हरियाणा को खिलाड़ियों की धरती ऐसे ही नहीं कहा जाता है, बल्कि यहां के खिलाड़ियों के अंदर देश के लिए पदक जीतने की अलग ही लालसा है। यह लालसा लगातार जारी है।
वर्ष 2021 में जापान की राजधानी टोक्यो में हुए खेलों के महाकुंभ ओलंपिक के बाद अब इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल में भी हरियाणा के लाडलों व लाडलियों का ही डंका बजता रहा। हरियाणा के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश को अपना सिर गर्व से ऊंचा कर मुस्कुराने के कई क्षण दिए।

इन राष्ट्रमंडल खेलों में देश को हरियाणवियों ने फिर से 9 सोने के तमगे जीतकर देश का मान बढ़ाया है। खेलों में हरियाणा के लिए एक ऐसी नई राह खुली है, जिससे हर खेल में खिलाड़ियों का भविष्य सुनहरा दिख रहा है। बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में देश को 61 पदक मिले हैं तो इनमें अकेले हरियाणा के खिलाड़ियों ने 20 पदक जीतकर 32.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी दिखाई है।
वहीं वर्ष 2018 में स्कॉटलैंड के गोल्ड कोस्ट में जहां देश के खिलाड़ियों ने 66 पदक जीते थे तो उनमें हरियाणा के 22 पदक शामिल थे। तक भी हरियाणा अकेला 33 फीसदी पदक लेकर आया था। इससे पहले वर्ष 2014 में ग्लासगो में राष्ट्रमंडल खेलों में देश को 64 मेडल मिले थे, जिनमें हरियाणा के हिस्से में 19 मेडल आए थे और यह भागीदारी लगभग 30 प्रतिशत थी। हरियाणा के खिलाड़ियों की मेडल जीतने की भूख कम नहीं हो रही है। इनमें भी सोने की चाहत कुछ ज्यादा बढ़ती जा रही है।
राष्ट्रमंडल में हरियाणा में सोनीपत के गांव लाठ के पावर लिफ्टर सुधीर, नाहरी के पहलवान रवि दहिया, माडल टाउन के पहलवान बजरंग पूनिया, रोहतक की पहलवान साक्षी मलिक, झज्जर के पहलवान दीपक पूनिया, सोनीपत के खरखौदा की पहलवान विनेश फौगाट, सोनीपत के पुगथला के पहलवान नवीन, भिवानी की मुक्केबाज नीतू घनघस व रोहतक के मुक्केबाज अमित पंघाल ने सोना जीता है।
वहीं भिवानी के पहलवान मोहित ग्रेवाल, भिवानी की मुक्केबाज जैस्मिन, सोनीपत की पहलवान पूजा गहलावत, रोहतक की पहलवान पूजा सिहाग, रोहतक के पहलवान दीपक नेहरा व महेंद्रगढ़ के एथलीट संदीप कुमार ने कांस्य पदक जीते।

महिला हॉकी में प्रदेश की नौ बेटियों ने दिलाया कांस्य
महिला हॉकी टीम ने भी 16 साल बाद पदक जीता है। जिसमें सिरसा की सविता पूनिया, सोनीपत की नेहा गोयल, ज्योति, मोनिका मलिक व निशा वारसी, हिसार की शर्मिला व उदिता व कुरुक्षेत्र की नवजोत व नवनीत शामिल हैं।
हरियाणा की तीन राष्ट्रमंडल में स्थिति
गोल्ड सिल्वर ब्रॉन्ज
- 2022 9 4 7
- 2018 9 6 7
- 2014 5 9 5
- ओलंपिक-2020 में छाए रहे हरियाणा के गबरू
- ओलंपिक में भी नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण, रवि दहिया ने रजत व बजरंग पूनिया ने कांस्य जीता था। कांस्य जीतने वाली हॉकी टीम में भी सुमित व सुरेंद्र पालड़ शामिल रहे थे। इसके साथ ही पैरालंपिक में सुमित आंतिल व मनीष नरवाल ने सोना, सिंहराज अधाना ने कांस्य व रजत पदक, योगेश कथूरिया ने रजत और हरविंद्र सिंह ने कांस्य पदक जीता था।